Best Tourism Village Award: गुजरात ने बड़ी अंतरराष्ट्रीय उपलब्धि अपने नाम की, धोरडो को बेस्ट टूरिज्म विलेज का अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड

 

Ahmedabad: गुजरात ने बड़ी अंतरराष्ट्रीय उपलब्धि अपने नाम की है। संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडब्ल्यूटीओ) ने गुजरात के धोरडो को बेस्ट टूरिज्म विलेज के अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड से सम्मानित किया है। भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने 19 अक्टूबर को देर रात इसकी घोषणा की।

संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो स्थायी और सार्वभौमिक रूप से सुलभ पर्यटन को बढ़ावा देता है। यह संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी है जो पर्यटन आर्थिक विकास, समावेशी विकास और एक स्थायी वातावरण के लिए प्रमुख चालक के रूप में पूरे विश्व में प्राकृतिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने का काम करती है।

यूएनडब्ल्यूटीओ द्वारा नामांकित गांवों का मूल्यांकन स्वतंत्र सलाहकार बोर्ड द्वारा सांस्कृतिक और प्राकृतिक संसाधनों, सांस्कृतिक संसाधनों के संवर्धन और संरक्षण, आर्थिक स्थिरता, सामाजिक स्थिरता, पर्यावरणीय स्थिरता, पर्यटन क्षमता और विकास और मूल्य श्रृंखला एकीकरण सहित नौ क्षेत्रों को कवर करने वाले मानदंडों के आधार पर किया गया।

यूएनडब्ल्यूटीओ ने साल 2021 में बेस्ट टूरिज्म विलेज की कैटगरी में अवॉर्ड की परंपरा शुरू की थी। जिसका उद्देश्य ग्रामीण पर्यटन स्थलों की प्राकृतिक और सांस्कृतिक विविधता और स्थानीय पाक-कला सहित उनके स्थानीय मूल्यों और गतिविधियों की सुरक्षा में पर्यटन की भूमिका को बढ़ाना है। इस साल यूएनडब्ल्यूटीओ ने तीसरा पुरस्कार सम्मान वितरण कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें गुजरात के धोरडो को यह सम्मान दिया गया।

भारत के सबसे पश्चिमी कोने में मौजूद कच्छ के रण में स्थित धोरडो दुनिया के सबसे आकर्षक प्राकृतिक स्थलों में से एक है। थार रेगिस्तान में मौजूद विशाल सॉल्ट मार्श राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को मनमोहक दृश्य का आनंद देता है।

राज्य सरकार यहाँ हर साल 4 महीने तक चलने वाले रणोत्सव का आयोजन करती है। रणोत्सव देश-विदेश के पर्यटकों के बीच बहुत ही पसंदीदा कार्यक्रम है, जहाँ वर्ष 2006 से रिकॉर्ड स्तर पर पूरे विश्व से लोग धोरडो और इसके आसपास के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने आते हैं। इतना ही नहीं, रण उत्सव धोरडो की सबसे अधिक राजस्व पैदा करने वाली आर्थिक गतिविधियों में से भी एक है।

2022-23 में धोरडो में आयोजित होने वाले रण उत्सव में भारतीयों की संख्या की बात करें तो 98,745 (ओवरनाइट विज़िटर्स) और विदेशियों की संख्या (ओवरनाइट विज़िटर्स) 7382 है; इस पर्यटन से राजस्व योगदान (आगंतुकों से कुल व्यय/योगदान के रूप में) भारतीय पर्यटकों में से 147 करोड़ रुपए रहा तो वहीं विदेशी पर्यटकों से राजस्व का योगदान 179 करोड़ रुपए है। वहीं जीएसडीपी में योगदान के संदर्भ में बात करें तो यह आंकड़ा 468 करोड़ रुपए है।

मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में आगामी वाइब्रेंट समिट 2024 की तैयारियाँ जोरों पर चल रही हैं। ऐसे महत्वपूर्ण समय में गुजरात को मिला यह अंतरराष्ट्रीय सम्मान निश्चय ही आगामी वाइब्रेंट समिट में पर्यटन सेक्टर में इन्वेस्टमेन्ट और एप्लॉयमेन्ट की अपार संभावनाओं के लिए प्रेरित करेगा।