रेगिस्तान के बाड़मेर में 22 लाख रुपए अफीम के पौधे जब्त, 2 गिरफ्तार, रबी की फसलों में छुपाकर की अफीम की खेती
रेगिस्तान के बाड़मेर में तस्करी के साथ-साथ अब अफीम की खेती भी बड़े स्तर पर हो रही है. बाखासर पुलिस ने एक ही दिन में दो अलग-अलग जगह कार्रवाई करते हुए तीन हजार से ज्यादा अफीम के पौधे बरामद किए हैं.
वहीं दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. जिसकी अनुमानित कीमत 22 लाख रुपए आंकी की गई है. पुलिस आरोपियों से अफीम खेती को लेकर पूछताछ कर रही है. बाड़मेर पुलिस ने 15 दिनों में धोरीमन्ना, सिवाना के बाद बाखासर में चौथी बड़ी कार्रवाई की है. एसपी दिगंत आनंद का कहना है कि इस समय में अफीम की खेती ज्यादा बोई जाती है. इस वजह से सभी थानों को निर्देश दिए गए है.
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि पनोरिया व डीडावा गिड़ा गांव में बड़ी मात्रा में अफीम की खेती की जा रही है. इस पर बाखासर पुलिस थानाधिकारी सुरजभानसिंह मय पुलिस जाब्ता डीडावा गिड़ा में भूराराम पुत्र चिमाराम के खेत में दबिश दी. रबी की फसलों के बीच बड़ी संख्या में अफीम की खेती की हुई थी. पुलिस ने बोए हुए 2 हजार 1 सौ 54 अफीम के पौधे बरामद किए. इस संबंध में भूराराम से अफीम दूध की खेती को लेकर डॉक्यूमेंट मांगे लेकिन उसके पास कोई लाइसेंस नहीं मिलने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं जिसकी अनुमानित कीमत 15 लाख रुपए आंकी की गई है. टीम ने पनोरीया गांव में नारणाराम पुत्र भगाराम निवासी पनोरिया के खेत में दबिश दी और अरण्डी की फसल के साथ में 972 अवैध अफीम के पौधे बोए मिल है. इस पर पुलिस पौधो को बरामद कर लिया. जिसकी अनुमानित कीमत 7 लाख रुपए आंकी की गई है. पुलिस ने आरोपी नारणाराम को गिरफ्तार कर लिया है.
दिगंत आनंद के मुताबिक पुलिस ने बीते 15 दिनों में धोरीमन्ना, सिवाना के बाद बाखासर में बड़ी कार्रवाई की है. बुधवार को बाखासर पुलिस ने पनोरिया डीडावा गांव में दबिश देकर 3126 अफीम के पौधे बरामद किए है अलग-अलग जगह से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं नारणाराम और भूराराम के खिलाफ बाखासर थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. आरोपियों से अवैध अफीम की खेती को लेकर पूछताछ की जा रही है.