Buxar: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान घायल हुए बिहार के वीर सपूत हवलदार सुनील कुमार सिंह की शहादत पर पूरे राज्य में शोक की लहर है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस दुखद समाचार पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक भावुक संदेश साझा करते हुए कहा कि हवलदार सुनील कुमार सिंह की वीरता और बलिदान को देश कभी नहीं भुला सकेगा।
मुख्यमंत्री कुमार ने लिखा, “ऑपरेशन सिंदूर के दौरान घायल हुए बिहार के बक्सर जिले के सेना के हवलदार सुनील कुमार सिंह जी के शहीद होने पर मर्माहत हूं। उनकी शहादत को देश हमेशा याद रखेगा। वीर सपूत की शहादत पर उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना है।”
बक्सर जिले के रहने वाले हवलदार सुनील कुमार सिंह भारतीय सेना में अपनी बहादुरी और समर्पण के लिए पहचाने जाते थे। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उन्होंने अदम्य साहस का परिचय देते हुए अपने प्राणों की आहुति दी।
शहीद के गांव में शोक की लहर है, लेकिन साथ ही यह गर्व की भी बात है कि बिहार ने एक ऐसा सपूत देश को दिया, जिसने राष्ट्र की रक्षा में अपने प्राण न्योछावर कर दिए। राज्य सरकार द्वारा की गई घोषणाओं से परिजनों को कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
उल्लेखनीय है कि हवलदार सुनील कुमार सिंह बक्सर जिले के चौसा प्रखंड के नरबतपुर के रहने वाले थे। उनकी शहादत की खबर जैसे ही उनके गांव पहुंची, पूरा इलाका शोक में डूब गया। स्थानीय लोगों का हुजूम उनके घर के बाहर लग गया। सभी लोग शोक संतप्त परिजनों को ढांढस बंधा रहे हैं। लोग अपने बेटे को याद कर रहे हैं।
बताया जाता है कि ऑपरेशन सिंदूर के समय वे राजौरी में तैनात थे और नौ मई को पाकिस्तानी हमलों में घायल हो गए थे। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके माता-पिता सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना की ओर से ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया था।
इसके बाद भारतीय सेना ने अपने पराक्रम और शौर्य का प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान में स्थित आतंकियों के नौ ठिकाने ध्वस्त कर दिए थे, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे। इस दौरान कई एयर बेस को भी ध्वस्त किया गया।