Chhattisgarh News: पहली बार आदिवासी समुदाय से बना कोई छत्तीसगढ़ का CM- जाने कौन हैं विष्णु देव साय

 

Vishnudev sai New Cm of Chhattisgarh: नवनिर्वाचित बीजेपी विधायक दल की बैठक रायपुर में हुई. इस मीटिंग में यह फैसला हुआ कि विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ के नए सीएम होंगे. बैठक में बीजेपी के तीनों पर्यवेक्षकों अर्जुन मुंडा, सर्वानंद सोनोवाल और दुष्यंत कुमार ने सभी जीतकर आए बीजेपी विधायकों से अलग अलग से बात की. विधायकों से उनकी राय भी पर्यवेक्षकों ने मांगी. बीजेपी के टिकट पर जीतकर आए सभी विधायकों ने पार्टी पर्यवेक्षकों के सामने अपनी अपनी राय भी सीएम के नाम को लेकर रखा. बीजेपी विधायक दल की बैठक में सीएम के नाम को लेकर चल रही रायशुमारी के दौरान बीजेपी प्रदेश प्रभारी ओम माथुर और चुनाव सह प्रभारी नितिन नवीन भी मौजूद रहे.

बीजेपी के केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजदूगी में आखिरकार छत्तीसगढ़ के नए सीएम के नाम को लेकर चला आ रहा सस्पेंस खत्म हो गया. बीजेपी विधायक दल के नेताओं ने एकमत से विष्णुदेव साय को विधायक दल का नेता चुन लिया. साय का नाम सामने आते ही सभी 54 विधायकों ने ध्वनि मत से उनके नाम पर सहमति जताई.

बैठक में जैसे ही विष्णुदेव साय के नाम पर पार्टी पर्यवेक्षकों ने भी मुहर लगाई दफ्तर के बाहर मौजूद बीजेपी कार्यकर्ता झूम उठे. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मिठाईंया बांटनी शुरु कर दी. विधायक दल की बैठक में हुए फैसले की जानकारी भी पार्टी पर्यवेक्षकों ने पार्टी हाईकमान को दे दी. पार्टी हाईकमान की ओर से भी विधायक दल का नेता चुने जाने पर विष्णु देव साय को बधाई दी गई है.

विष्णुदेव साय का लंबा राजनीतिक अनुभव रहा है. साय जहां 1999 से लेकर 2014 तक लगातार सांसद रहे वहीं 2 बार वो विधायक भी बने. विष्णुदेव साय को राजनीति का सबसे माहिर खिलाड़ी माना जाता है. विधानसभा चुनाव में केंद्रीय नेतृत्व ने उनको जब जशपुर से विधानसभा चुनाव लड़ाने की जानकारी दी वो तुरंत चुनावी तैयारियों में जुट गए. साय ने न सिर्फ जशपुर की तीनों सीटों पर बीजेपी को विजय दिलाई बल्कि पूरे सरगुंजा संभाग में भाजपा का परचम लहरा दिया. साय के नेतृत्व में बीजेपी की ऐसी आंधी चली की पूरा सरगुजा संभाग भगवा रंग में रंग गया. साय की रणनीति का ही कमाल था कि बीजेपी सरगुजा संभाग की सभी 14 सीटों पर बीजेपी का कब्जा हो गया. खुद कांग्रेस के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव अपना गढ़ अंबिकापुर हार गए. कई सीटों पर भी विष्णुदेव साय ने सेंध लगाई जो आजादी के बाद से कभी बीजेपी नहीं जीत पाई थी. सीतापुर सीट उनमें से एक थी