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ज्यादा उबासी आना या बार-बार उबासी आना किसी दवा के साइड इफेक्ट्स भी हो सकते

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 ज्यादा उबासी आना या बार-बार उबासी आना किसी दवा के साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं।

ज्यादा उबासी आना या बार-बार उबासी आना किसी दवा के साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं।  

ये हैं ज्यादा उबासी आने के कारण:-

नींद पूरी ना होना:- 
अक्सर बहुत से लोगों को दिन के वक़्त में बहुत अधिक नींद आती है जिस वजह से उन्हें बहुत अधिक उबासी आने की परेशानी का सामना करना पड़ता है। 

डायबिटीज:- 
उबासी आना हाइपोग्लाइसीमिया का आरभिंक संकेत होता है। ब्लड में ग्लूकोज लेवल कम होने से उबासी आनी आरम्भ हो जाती है।

स्लीप एपनिया:-
स्लीप एपनिया के मरीजों को रात में सोते वक़्त बहुत अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिस वजह से रात में उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती जिससे वह अगले दिन काफी थके हुए महसूस करते हैं तथा उन्हें उबासी आती रहती है। इस बीमारी में ब्रीदिंग डिसऑर्डर की समस्या होती है। स्लीप एपनिया में सोते वक्त बार-बार सांस रुकती और चलती है। खतरनाक बात ये है कि इसमें नींद में ही सांस रुक जाती है तथा व्यक्ति को पता भी नहीं चलता है।  

नार्कोलेप्सी:- 
नार्कोलेप्सी नींद से जुड़ी एक तरह की परेशानी है। जिसमें व्यक्ति कभी भी और कहीं भी अचानक से सो सकता है। इस बीमारी में मरीज को दिनभर में कई बार नींद आती है जिस वजह से उन्हें काफी अधिक उबासी आती रहती हैं। 

इंसोमनिया:- 
इंसोमनिया भी नींद से संबंधित एक बीमारी है। इस बीमारी में मनुष्य को रात में नींद नहीं आती है या यदि एक बार नींद खुल जाए तो दोबारा से सोना उन्हें लिए बहुत कठिन हो जाता है। रात में नींद पूरी ना होने के वजह से लोगों को दिन में काफी अधिक नींद आने लगती हैं जिस वजह से वह बहुत अधिक उबासी लेते हैं।

दिल की बीमारी:- 
अधिक उबासी आने का एक कनेक्शन वेगस नर्व के कारण हो सकता है। जो दिमाग से दिल और पेट तक जाती है। कुछ रिसर्च के अनुसार, अधिक उबासी, दिल के आसपास ब्लीडिंग या हार्ट अटैक की संभावना की तरफ भी संकेत करती है।

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