Independence Day 2023: स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे मल्लिकार्जुन खड़गे, सामने आई ये वजह
Independence Day: 77वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10वीं बार ध्वजारोहण कर देश को संबोधित किया. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेने मणिपुर समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में हुई हिंसा, देश की अर्थव्यवस्था, डिजिटल इंडिया और पूर्व सरकार पर हमला बोलते हुए भ्रष्टाचार का जिक्र किया.
एक तरफ जहां स्वतंत्रता दिवस पर पक्ष-विपक्ष के नेता और सांसद लाल किल पर पहुंचे थे, वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अनुपस्थित रहे. मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम की कुर्सी लाल किले पर खाली दिखाई दी, हालांकि मल्लिकार्जुन स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में नहीं पहुंचने की वजह सुरक्षा कारण बताया गया. उनके ऑफिस की तरफ से बताया गया कि मल्लिकार्जुन खड़गे को अपने घर और पार्टी दफ्तर में भी झंडा फहराना था और सुरक्षा कारणों की वजह से उन्हें वापस लौटना था, इसी वजह लाल किला नहीं गए. कांग्रेस अध्यक्ष के कार्यक्राम में अनुपस्थित रहने से अब राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की बातें की जाने लगी हैं.
गौरतलब है कि विपक्षी राजनीतिक पार्टियों के संगठन INDIA बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई केंद्रीय मंत्री इस पर हमलावर रहे हैं. वहीं संसद में विपक्ष भी कई बार केंद्र सरकार को मणिपुर हिंसा, महंगाई समेत कई मुद्दों पर घेरता है. मल्लिकार्जुन खड़गे भी मोदी सरकार पर खुलकर हमला बोलते हैं. लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में मल्लिकार्जुन के ना पहुंचने से भी अब इसी से जोड़कर देखा जा रहा है.
स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम से सामने आई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम की कुर्सी खाली है, साथ ही उसके आस-पास रखी गई कुर्सियां भी खाली नजर आ रही है. मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा कई और विपक्षी नेताओं के कार्यक्रम में नहीं पहुंचने की खबर ने हर किसी को हैरान कर दिया है.
उन्होंने भ्रष्टाचार के मुद्दों पर पूर्व सरकार को घेरा. पीएम मोदी ने कहा, '2014 में जब हम सत्ता में आए तो वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में हम 10वें स्थान पर थे. आज 140 करोड़ भारतीयों के प्रयास से हम वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में पांचवें स्थान पर पहुंच गए हैं. यह ऐसे ही नहीं हुआ जब भ्रष्टाचार के राक्षस ने देश को अपनी गिरफ्त में ले लिया था तब हमने इसे रोका और एक मजबूत अर्थव्यवस्था बनाई.' उन्होंने आगे कहा, 'आज भारत को G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी का अवसर प्राप्त हुआ है. बीते वर्ष में जिस प्रकार भारत के कोने-कोने में G20 के अनेक आयोजन हुए, उससे दुनिया को भारत के सामान्य जन के सामर्थ्य, भारत की विविधता का परिचय हुआ है.'