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Odisha News: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पहुंचे अपने बचपन के स्कूल, छात्रों से की बातचीत

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Odisha News: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पहुंचे अपने बचपन के स्कूल, छात्रों से की बातचीत

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को ओडिशा के अंगुल जिले के तालचेर में अपने बचपन के 'हांडीधुआं प्राइमरी सरकारी स्कूल' का दौरा किया और छात्रों से बातचीत की.

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 1972 से 77 तक हांडीधुआं प्राइमरी स्कूल में पढ़ाई की. उनकी स्कूल में पहुंचते ही बचपन की यादें ताजा हो गईं, जिसे उन्होंने लोगों के साथ सोशल मीडिया के जरिए साझा किया और बच्चों और शिक्षकों के बीच बिताए पलों का जिक्र किया है.

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट करते हुए कहा कि अपने स्कूल वापस लौटकर आने की खुशी शब्दों में बयान करना मुश्किल है. आज हांडीधुआं प्राइमरी स्कूल, तालचेर आकर बचपन की यादें ताजा हो गई हैं. इसी स्कूल में मैंने कक्षा 5 तक अपना बचपन बिताया था. इतने सालों के बाद इस प्रांगण में दोबारा आना और विद्यार्थियों व शिक्षकों से मिलना अत्यंत सुखद अनुभव है.

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, 'मेरी प्रसन्नता का एक और कारण, यहां पढ़ने वाले यह नौनिहाल भी हैं जिनका उत्साह, पढ़ने की ललक और आगे बढ़ने का हौसला इनके परिवार की आर्थिक परिस्थिति से कहीं अधिक बड़ा है. यही नौनिहाल कल भारत का नेतृत्व करेंगे.' शिक्षा मंत्री प्रधान ने इंटाग्राम पर लिखा कि यादों को शेयर करते हुए लिखा कि सदैव संजोकर रखने योग्य यादें है. अपने पुराने स्कूल में वापस आना हमेशा एक विशेष एहसास होता है. तालचेर में हंडीधुआं प्राइमरी स्कूल वह जगह है जहां मैंने अपना प्रारंभिक बचपन बिताया. उन दिनों जिंदगी कितनी आसान और एक सपने जैसी थी.

वहीं, ओडिशा में केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने सरकारी कर्मचारियों से जुड़े भ्रष्टाचार के बढ़ते मामलों को लेकर बीजू जनता दल (बीजेडी) के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा. तालचेर में गरीब कल्याण समावेश सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि ओडिशा में भ्रष्ट लोग सरकार के आश्रयदाता हैं.

दरअसल, प्रधान की यह टिप्पणी ओएएस अधिकारी और नबरंगपुर एडीएम प्रशांत राउत की गिरफ्तारी के बाद आई है, क्योंकि विजिलेंस ने 5 करोड़ रुपए से अधिक की आय से अधिक संपत्ति का पता लगाया था. उनका कहना है कि जनवरी 2023 से अब तक भ्रष्ट अधिकारियों से 100 करोड़ रुपए की वसूली की गई है. जब्त किया गया यह पैसा ओडिशा के गरीब आदिवासियों का है. भ्रष्ट अधिकारी गरीबों का पैसा हड़प रहे हैं.