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आठ अफ्रीकी चीतों में से 2 और चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ा गया, दो महीने बाद जंगल में..

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आठ अफ्रीकी चीतों में से 2 और चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ा गया, दो महीने बाद जंगल में..

नामीबिया से लाकर मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़े गए आठ अफ्रीकी चीतों में से दो और चीतों को रविवार को पृथक-वास क्षेत्र से निकालकर बड़े बाड़े में स्थानांतरित कर दिया गया.

इसी के साथ अब तक पांच चीतों को पृथक-वास क्षेत्र से निकालकर बड़े बाड़े में स्थानांतरित किया जा चुका है.

कूनो राष्ट्रीय उद्यान के वन मंडल अधिकारी प्रकाश कुमार वर्मा ने बताया कि आज दो और चीतों को 71 दिन बाद पृथक-वास क्षेत्र से बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया है. उन्होंने बताया कि ये दोनों मादा चीता हैं. उन्होंने कहा कि इससे पहले दो चीतों को पांच नवंबर को और एक चीते को 18 नवंबर को पृथक-वास क्षेत्र से निकालकर बड़े बाड़े में स्थानांतरित किया गया था. उन्होंने कहा कि वहीं, बाकी तीन चीतों को भी चरणबद्ध तरीके से जल्द ही बड़े बाड़ों में स्थानांतरित किया जाएगा.

1952 में भारत से विलुप्त हो गए थे चीते

प्रकाश कुमार वर्मा ने बताया कि बड़े बाड़े में स्थानांतरित किए जाने के एक या दो महीने बाद इन चीतों को जंगल में स्वच्छंद विचरण के लिए छोड़ दिया जाएगा. उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर को कूनो राष्ट्रीय उद्यान में एक मंच से 'लीवर' घुमाकर लकड़ी के पिंजड़ों के दरवाजे खोलकर इन चीतों को विशेष बाड़ों में पृथकवास में छोड़ा था. वर्ष 1952 में भारत में चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया गया था.

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