MP News: सीएम शिवराज चौहान ने लिया संकल्प-अगर कोई बच्चा प्रतिभावान है तो उसकी फीस मामा भरवाएंगे
संवाददाता काशी नाथ
MP: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को विजयदशमी के अवसर पर भी चुनाव प्रचार करने में व्यस्त रहे। मंगलवार को निवाडी जिले की पर्यटन नगरी ओरछा में शिवराज पहुंचे हैं यहां पर पहुंचते ही पहले सीएम शिवराज ने रामराजा सरकार के मंदिर में दर्शन किए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनता को संबोधित करते हुए दोहराया कि मैं सरकार नहीं, परिवार चलाता हूं। उन्होंने कहा कि यह चमत्कार आज दशहरे के दिन हुआ कि आज राम राजा सरकार के दरबार में जनता की सभा हो रही है।
सीएम शिवराज सिंह ने ओरछा में पहुंचते ही विजयदशमी के अवसर पर श्रीराम के चरणों में प्रार्थना करते हुए हर घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इसके साथ ही विजयदशमी पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संकल्प लिया किया कि अगर कोई बच्चा प्रतिभावान है तो वो आगे बढ़ने से रुकेगा नहीं उसकी फीस मामा भरवाएगा।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कहीं की ईंट, कहीं का रोड़ा...भानुमति ने कुनबा जोड़ा, लेकिन कमलनाथ जी ने उसे तोड़ा।
वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के उस बयान पर पलटवार किया जिसमें उन्होंने शिवराज चौहान के कन्या पूजन करने को नौटंकी बताया था।
दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा नवमी के अवसर पर 300 से अधिक कन्याओं का अपने घर पर भोज करवाने पर दिग्विजय सिंह नौटंकी बताया जिस पर पटलवार करते हुए सीएम शिवराज ने कहा जो बहन बेटियों को टंच माल कहते हैं, आइटम कहते हैं वह कन्या पूजन का महत्व क्या समझेंगे।
मैं सरकार नहीं, परिवार चलाता हूं।
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) October 24, 2023
यह चमत्कार है...
आज दशहरे के दिन राम राजा सरकार के दरबार में जनता की सभा हो रही है।
- माननीय मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj जी pic.twitter.com/lK8vOOCTVW
मुझे कहते हुए बहुत दर्द और पीड़ा है। बेटियों की पूजा सनातन संस्कार है। पूरा देश कल बेटियों की पूजा कर रहा था। बेटियों के पांव पखारे जा रहे थे। कन्या भोज किये जा रहे थे। मैंने भी बेटियों की पूजा की थी। हां मैं तो रोज बेटियों की पूजा करता हूं लेकिन बेटियों की पूजा को आप नाटक नौटंकी कहते हैं। आप जैसी घटिया सोच वाले बेटियों की पूजा और उनका सम्मान सहन नहीं कर पाते हैं। यह आपके संस्कार होंगे दिग्विजय सिंह जी, मैं तो रोज बेटियों की पूजा करता हूं। बेटियों, बहनों और मांओं की पूजा करता रहूंगा।