MP में 'दुग्ध समृद्धि संपर्क' अभियान शुरू, पशुपालकों की आय बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम

संवाददाता कशी नाथ
Bhopal: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को दोगुना से अधिक करने और उसके माध्यम से पशुपालक किसानों की आय बढ़ाने के संकल्प को पूरा करने के लिये प्रदेश में 'दुग्ध समृद्धि संपर्क' अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के अंतर्गत पशुपालन विभाग का अमला गांवों में घर-घर जाकर पशुपालकों से व्यक्तिश: संपर्क कर रहा है और उन्हें पशुओं में नस्ल सुधार, पशु स्वास्थ्य एवं पोषण के संबंध में आवश्यक जानकारी एवं मार्गदर्शन दे रहा है। साथ ही पशुपालकों की समस्याओं का निराकरण भी किया जा रहा है। अभियान का प्रथम चरण राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर को आयोजित हुई ग्राम सभाओं से शुरू हुआ, जो 9 अक्टूबर तक चलेगा।
मंत्री श्री पटेल ने किया दमोह जिले के ग्रामों में पशुपालकों से संपर्क
अभियान के अंतर्गत पशुपालन एवं डेयरी विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री लखन पटेल ने शनिवार को दमोह जिले के पथरिया विकासखंड के ग्राम खिरिया छक्का पहुंचकर पशुपालक किसानों से संपर्क किया और उन्हें दुग्ध उत्पादन बढ़ाने और नस्ल सुधार आदि की जानकारी दी। मंत्री श्री पटेल ने पशुपालकों के घर पहुंचकर पशुपालन के संबंध में चर्चा की और अभियान का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की। साथ ही उन्नत पशुपालन विधियां अपना कर दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिये कहा। मंत्री श्री पटेल से चर्चा के दौरान ग्राम के पशुपालक श्री धर्मेंद्र पटेल ने बताया कि उन्होंने नस्ल सुधार के क्षेत्र में कार्य किया है, जिससे दुग्ध उत्पादन में लगभग दोगुनी वृद्धि हुई है। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि यह उल्लेखनीय कार्य है, जो अन्य पशुपालकों के लिए प्रेरणा दायक है। उन्होंने किसानों और पशुपालकों से आग्रह किया कि इस अभियान से जुड़कर पशुपालन को बढ़ावा दें और लाभ कमाएं।
प्रमुख सचिव पशुपालन ने किया रायसेन एवं विदिशा जिले में संपर्क

दुग्ध समृद्धि अभियान के अंतर्गत प्रमुख सचिव पशुपालन एवं डेयरी विकास श्री उमाकांत उमराव ने रायसेन जिले के ग्राम आमा और पिपलिया चांदखां का भ्रमण किया तथा पशुपालकों से चर्चा कर उन्हें दुग्ध उत्पादन बढ़ाने की नई तकनीक के संबंध में जानकारी दी। प्रमुख सचिव ने विदिशा जिले के ग्रामों पुरेनिया, पीपलखेड़ा कला, अमरापुरा, बेरखेड़ी, खैरखेड़ी में पहुंचकर पशुपालकों से संवाद कर पशुओं की नस्ल सुधार, खासकर सीमन से बछियां ही जन्मे, दुग्ध उत्पादन में और कैसे वृद्धि हो ताकि दुग्ध की पूर्ति सुगमता से हो और पशुपालकों की आमदनी में इजाफा हो, की जानकारी दी। उन्होंने पशुपालकों से पूछा कि क्या उन्हें शासन की पशुपालन योजनाओं का लाभ मिल रहा है। पशुपालकों ने बताया कि पशुपालन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी गांव आते हैं और उन्हें योजनाओं का लाभ देते हैं।
प्रमुख सचिव श्री उमराव ने पशु मैत्री श्री शैलेन्द्र भार्गव द्वारा किए जा रहे कार्यो की प्रशंसा की और आगामी 26 जनवरी को उन्हें पुरस्कृत करने के निर्देश कलेक्टर श्री अंशुल गुप्ता को दिये। पशु पालकों को केसीसी जारी करने और पशुओं का बीमा कराने संबंधी निर्देश भी दिये।

प्रमुख सचिव ने दिये अभियान संबंधी निर्देश
प्रमुख सचिव श्री उमराव ने निरीक्षण के दौरान दुग्ध समृद्धि संपर्क अभियान के अंतर्गत पशुपालकों से सहज संवाद स्थापित करने और उन्हें शासन की योजनाओं का पूरा-पूरा लाभ देने के सबंध में विभागीय अमले को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं। अभियान के अंतर्गत प्रदेश के पशुपालकों से व्यक्तिगत संवाद स्थापित कर नस्ल सुधार, पशु पोषण एवं पशु स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी साझा करें। संबंधित विषयों पर पशुपालकों से समानुभाव के साथ सहज संवाद स्थापित किया जाना आवश्यक है। मैत्री, सहायक पशुचिकित्सा क्षेत्र अधिकारी द्वारा ग्राम सम्पर्क से पूर्व उपलब्ध कराई गई सूची (भारत पशुधन एप अनुसार) में उल्लेखित पशुपालकों से दूरभाष पर सम्पर्क कर, पहुंचने की तिथि व समय की सहमति प्राप्त करने के प्रयास किए जाएं।