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Maha Shivratri 2025: सागर में महा शिवरात्रि पर शहर के शिव मंदिरों से निकलेगी बारात

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Maha Shivratri 2025: सागर में महा शिवरात्रि पर शहर के शिव मंदिरों से निकलेगी बारात

संवाददाता- काशी नाथ

Sagar: महा शिवरात्रि का पर्व 26 फरवरी को मनाया जाएगा। मंदिरों में पर्व की तैयारी शुरू हो गई। शहर को भगवा झंडों से सजाया जा रहा है। शिवालयों में 24 फरवरी को तेल व 25 को मंडप व हल्दी का कार्यक्रम होगा। शहर में मुख्य रूप से कांच मंदिर, मारकंडेश्वर मंदिर, सदर, चंपा बाग, चकराघाट, धनेश्वर मंदिर सहित 10 स्थानों से शिव बारात निकलेंगी। महाकाल हिंदू संगठन के सानिध्य में निकलने वाली शाही बारात की तैयारियां जोर-शोर की जा रही हैं। इस बार बाबा की बारात में 111 सदस्यों का डमरू दल शामिल होगा। शिव शक्ति डमरू दल प्रस्तुति देगा। चंपाबाग मंदिर के पुजारी ड्रेस कोड में रहेंगे और 111 सदस्यों का दल रहेगा। मंदिर में आयोजित बैठक में शिव बारात की तैयारी की गई। बैठक में अध्यक्ष राजा शर्मा, उपाध्यक्ष सत्यम वाल्मीकि, मीडिया प्रभारी अनुज यादव, आशीष कुशवाहा एवं रौनक रैकवार आदि मौजूद रहे।

 धनेश्वर मंदिर में सजेगा मंडप

देव धनेश्वर शिवालय में बाबा धनेश्वर का 24 फरवरी को हल्दी एवं मंडप सजाया जाएगा। महादेव को 5 किलो हल्दी सुगन्धित इत्र, प्रयागराज संगम के जल मिश्रित कर सुगन्धित तेल के साथ समर्पित की जाएगी एवं समस्त भक्तों को वितरित की जाएगी। शिवालय में विवाह पूर्व की तैयारी आकर्षक विद्युत सज्जा से सजाया जा रहा है। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर बाबा धनेश्वर की भव्य बारात विभिन्न मार्गों से होते हुए महाकाली मंदिर पहुंचेगी। मंदिर में वैवाहिक कार्यक्रम होंगे।

भूतेश्वर मंदिर में होंगी विवाह की रस्म

प्राचीन शिव मंदिर भूतेश्वर में विवाह की रस्में होंगी। यहां मध्यरात्रि में कांच मंदिर मछरयाई से बारात पहुंचेगी। ढोल-नगाड़े व भजन मंडलियों के साथ शिव भक्त बारात में नाचेंगे। मंदिर के पुजारी मनोज तिवारी ने बताया कि विवाह के रस्मों की तैयारी मंदिर में शुरू हो गई हैं। कांच मंदिर मछरयाई से बारात के आगमन पर बारात का भव्य स्वागत किया जाएगा।

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