MP News: नदियों का जहाँ उद्गम होता है, वहाँ अपूर्व ऊर्जा होती है: मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल

संवाददाता कशी नाथ
Bhopal: पंचायत एवं ग्रामीण विकास एवं श्रम मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने मंगलवार को सेधवा में गोई नदी के उद्गम स्थल ग्राम धावड़ा में पूजन-दर्शन कर पौधरोपण किया। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि जहाँ नदियों, पहाड़ों, वृक्षों आदि का संगम होता है, वहाँ जीवन की संभावना रहती है। इन प्राकृतिक धरोहरों को सहेजते हुए इन्हे नष्ट करने का ख्याल मन में न लायें। जहाँ भी नदियों का उद्गम होता है वहां अपूर्व ऊर्जा होती है। मनुष्य बाद में आया नदियाँ पहले से हैं ये उद्गम स्थल हमारे पुरखों से भी पहले के है, कोई नहीं कह पायेगा की यह कब से हैं।
उन्होंने कहा कि संपूर्ण इतिहास से विदित है कि जहाँ भी जल स्रोत होते हैं वहाँ मनुष्य आबादी निवास करती है। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि नदियों का सम्मान करें क्योंकि मनुष्य जाति इन्हीं के आधार पर बनी है। नदियों के उदगम की चिंता हम नहीं करेंगे तो कौन करेगा क्योंकि अगर छोटी नदियों का उद्गम सूखा तो मुख्य नदियाँ भी सूख जाएंगी। जलवायु परिवर्तन के कारण नदिया, तालाब आदि जो पहले बारहमासी होते थे अब सूखने लगे हैं इसके दो ही कारण हैं भूजल का अत्यधिक शोधन एवं वृक्षों को नष्ट किया जाना।
मंत्री श्री पटेल ने कहा की आज मैं 91वे नदी के उद्गम पर पहुँचा हूँ। इससे पूर्व 90 नदियों के उद्गम पर जा चुका हूँ। उन्होंने कहा कि इन उद्गम स्थलों पर ज्यादातर जनजाति निवास करती है, जो प्रकृति का पूजन एवं सम्मान करती है। नदियों के उद्गम स्थल जाने की मेरी यात्रा में मैंने यह जाना कि ज्ञान कभी भी पूर्ण नहीं होता। मध्यप्रदेश को नदियों का मायका कहा जाता है क्योंकि सर्वाधिक नदियाँ हमारे प्रदेश से ही निकलती है।
जब तक गोई नदी जैसी सहायक नदियों का उद्गम रहेगा तब तक नर्मदा जैसी नदियों का उद्गम भी यथावत बना रहेगा। वर्तमान जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुये हमें कुछ ऐसा करना है जिससे हम आने वाली पीढ़ियों की स्वच्छ सुंदर एवं हरित वातावरण दे सके। हम सभी ऐसे पौधे लगाएं जो पानी को वापस धारा में संग्रहित करें। जो भी पौधे हम लगाए उन्हें जिंदा भी रखें उनका संरक्षण करे जिससे वह वृक्ष में परिवर्तित हो सके। इस दौरान सांसद श्री गजेन्द्र सिंह पटेल, विधायक श्री श्याम बरडे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री बलवन्त सिंह पटेल सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित रहे।