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भोपाल में हुई कार्यशाला में स्थानीय निकायों के प्रतिनिधि हुए शामिल

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भोपाल में हुई कार्यशाला में स्थानीय निकायों के प्रतिनिधि हुए शामिल

संवाददाता- काशी नाथ

Bhopal: प्रदेश के नगरों में संचालित जल प्रदाय और सीवरेज परियोजना के सफल संचालन में स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। इसके लिये जनप्रतिनिधियों का जागरूक होना बहुत जरूरी है। यह जानकारी आज भोपाल में मध्यप्रदेश अर्बन डेव्हलपमेंट कम्पनी (एमपीयूडीसी) की कार्यशाला में दी गई। कार्यशाला में बताया गया कि जल प्रदाय और सीवरेज परियोजना वर्ल्ड बैंक और एशियन डेव्हलपमेंट बैंक के सहयोग से तैयार की गई है।

कार्यशाला में मुख्य वक्ता के तौर पर अपर आयुक्त और कम्पनी के अतिरिक्त प्रबंध संचालक श्री के.एल. मीणा ने कहा कि परियोजना के संचालन और संधारण में जो भी दिक्कते आएंगी। कम्पनी जन-प्रतिनिधियों से निरंतर संवाद कर उसे दूर करने का प्रयास करेगी। उन्होंने बताया कि एमपीयूडीसी द्वारा जिन जल प्रदाय और सीवरेज परियोजना का निर्माण किया गया है, वह विश्वस्तरीय है। इनके संचालन की प्रति सप्ताह उच्च स्तर पर समीक्षा की जा रही है। कार्यशाला में सागर की महापौर श्रीमती संगीता सुशील तिवारी ने विचार रखे। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं के सफल संचालन के लिये शिकायत निवारण कक्ष एवं उपभोक्ता सेवा केन्द्र की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस व्यवस्था को मजबूत रखना जरूरी है।

कार्यशाला में प्रमुख अभियंता श्री आनंद सिंह ने परियोजना के तकनीकी पक्ष के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि परियोजना के संचालन के दौरान स्वच्छता के बिन्दु पर विशेष ध्यान दिया जाना होगा। कार्यशाला में समन्वयक श्री राघवेन्द्र सिंह ने प्रेजेन्टेशन दिया। कार्यशाला में उपस्थित स्थानीय निकाय के जन-प्रतिनिधियों को बुधनी मल-जल शोधन संयंत्र का दौरा भी कराया गया।

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