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Morena News: जमीन के एक छोटे से टुकड़े लिए, 3 महिलाओं समेत एक ही परिवार के 6 लोगों की गोली मारकर हत्या

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Morena News: जमीन के एक छोटे से टुकड़े लिए, 3 महिलाओं समेत एक ही परिवार के 6 लोगों की गोली मारकर हत्या

संवाददाता, काशी नाथ 

Morena: जमीन के एक छोटे से टुकड़े लिए जिले के लेपा गांव में शुक्रवार को खूनी खेल खेला गया। उसी टुकड़े को लेकर 10 साल पहले हुई हत्या का बदला लेते हुए हमलावरों ने एक ही परिवार की 3 महिलाओं सहित 6 लोगों को गोली मारकर हत्या कर दी। इससे पहले हमलावरों ने लाठी-डण्डों से जमकर हमला किया। जिसमे दो लोग घायल हुए हैं। घटना के वक्त मौके पर मौजूद पीडि़त परिवार की बालिका ने मोबाइल से लाइव वीडियो भी बनाया है, जिसमें हमलावर बंदूक से गोली मारकर हत्या करते हुए दिखाई दे रहा है। एक साथ छह लोगों की हत्या से पूरे गांव मे सनसनी फैल गई है। घटना के बाद पुलिस बल मौके पर पहुंचा। हमलावरों को तलाश किया लेकिन वह भाग चुके थे। फिलहाल घायलों को प्राथमिक उपचार देने के बाद ग्वालियर रैफर कर दिया गया है। उधर मृतकों के चिकित्सकीय परीक्षण के बाद पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिये गये। समाचार लिखे जाने तक उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रहीं थीं।

पुलिस के मुताबिक लेपा गांव में हमलावरों ने गजेन्द्र सिंह के परिवार पर हमला बोल दिया। पहले तो उन्होंने जमकर लाठियां चलाईं, जिसमे दो लोगों को घायल कर दिया। इसके बाद चार हमलावर बंदूक लेकर आये और पीडि़त पक्ष को घेरकर तीनों तरफ से ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं, जिससे घटना स्थल पर ही 6 लोगों की मौत हो गई। जिसमे लेश कुमारी (35) पत्नी वीरेंद सिंह, बबली (36)n पत्नी नरेंद्र सिंह तोमर, मधु कुमारी (30) पत्नी सुनील तोमर, गजेंद्र सिंह पुत्र बदलू सिंह, सत्यप्रकाश पुत्र गजेंद्र सिंह व संजू पुत्र गजेंद्र सिंह की मौत हुई है, जबकि विनोद सिंह पुत्र सुरेश सिंह तोमर, वीरेंद्र पुत्र गजेंद्र सिंह घायल हो गए।

सूचना मिलते ही कलेक्टर अंकित अस्थाना, प्रभारी पुलिस अधीक्षक डा. रायसिंह नरवरिया, एसडीएम एल के पांडेय, सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और गांव को चारों तरफ से घेर लिया गया।

यह खूनी खेल पूरी योजनाबद्ध तरीके से खेला गया। 10 साल पहले के मामले में गजेन्द्र सिंह से धीरसिंह ने सुलह कर ली। बीते 10 वर्षों से गजेन्द्र सिंह अहमदाबाद में रह रहा था। धीर सिंह अहमदाबाद उनके घर भी गया था। गांव में चर्चा तो यह भी है कि राजीनामा करने के लिए गजेन्द्र ने धीर सिंह को एक मकान और 10 लाख रुपये भी दिया था। जब गजेन्द्र को विश्वास हो गया कि वह लोग उनके साथ कुछ नहीं करेंगे तो वह परिजनों सहित शुक्रवार सुबह अहमदाबाद से मुरैना पहुंचा। यहां से लोडिंग वाहन कर सामान सहित गांव लेपा पहुंच गया, लेकिन उन्हें क्या पता था कि सुलह का तो यह नाटक रचा गया है, असल में हमलावरों की योजना उन्हें गांव बुलाना था। गजेन्द्र और उनके परिजन सामान उतार ही रहे थे कि हमलावरों ने हत्या को अंजाम दे डाला।

इस खूनी खेल का सिलसिला वर्ष 2013 मे शुरू हुआ था। घूरे पर कूडा डालने पर धीर सिंह और गजेन्द्र सिंह के बीच झगड़ा हुआ था। धीर सिंह ने गजेन्द्र के परिजन रंजीत के घर जाकर हमला कर दिया था। इस पर रंजीत ने गोलियां चलाई, जिसमें धीर सिंह की ओर से सोवरन और वीरभान की मौत हो गई। इस हत्या के मामले में वीरेन्द्र, रंजीत, बडेलला और करूआ पर हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ था। जबकि गजेन्द्र उसके सगे भाई रामराज और रघुराज फरार हो गए थे। उसी रंजिश पर से शुक्रवार को दोबारा खूनी खेल खेला गया।

हत्या करने के बाद आरोपित परिवार सहित फरार हो गए। एक साथ छह लोगों की हत्या से गांव मे दहशत फैल गई है। गांव का कोई भी व्यक्ति कुछ कहने के लिए तैयार नहीं है।हत्या की खबर पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। लेपा गांव पुलिस छावनी मे तब्दील हो गया है। पुलिस चारों तरफ से गांव को घेरे हुए है।

चम्बल पुलिस महानिरीक्षक सुशांत सक्सेना ने घटनास्थल पर निरीक्षण के बाद परिजनों से भेंट कर घटना की जानकारी ली। उन्होंने परिजनों को ढांढ़स बंधाते हुये पुलिस अधिकारियों को आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिये।

इस खूनी खेल का मास्टर माइंड धीरसिंह तोमर है। इसके साथ ही 10 वर्ष पूर्व गोलीबारी में मारे गये सोबरन की पत्नी रज्जो की जिद के कारण इस घटना को अंजाम दिया गया। गांव के लोग दबी जुवान से इस तरह की चर्चा कर रहे हैं। घटना के बाद भी यह दोनों एक वाहन से भाग रहे थे। जानकारी मिलते ही पुलिस ने दोनों का पीछा किया और इन्हें पकड़ लिया।

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